सूर्य नमस्कार प्रातःकाल खाली पेट करना उचित होता है। आइए अपने अच्छे स्वास्थ्य के लिए सूर्य नमस्कार के इन सरल और प्रभावी आसनों को आरंभ करें।
प्रत्येक सूर्य नमस्कार के चरण में १२ आसनों के दो क्रम होते हैं I १२ योग आसन सूर्य नमस्कार का एक क्रम पूर्ण करते हैं| सूर्य नमस्कार के एक चरण के दूसरे क्रम में योग आसनों का वो ही क्रम दोहराना होता है, अपितु केवल दाहिने पैर के स्थान पर बाएँ पैर का प्रयोग करना होगा (नीचे चौथे और नवें पद में इसका विवरण दिया गया है)| सूर्य नमस्कार के विभिन्न प्रारूप पाए जाते हैं, हालाँकि बेहतर यही है कि किसी एक ही प्रारूप का अनुसरण करें और उसी के नियमित अभ्यास से उत्तम परिणाम पाएँ।
अच्छे स्वास्थ्य के अतिरिक्त सूर्य नमस्कार धरती पर जीवन के संरक्षण के लिए हमें सूर्य के प्रति आभार प्रकट करने का अवसर भी देता है। अगले 10 दिनों के लिए अपना दिन, मन में सूर्य की ऊर्जा के प्रति आभार और कृपा का भाव रखकर प्रारंभ करें।
१२ सूर्य नमस्कार और दूसरे योग आसनों (Yoga asana) को करने पश्चात योग निद्रा में पूर्ण विश्राम अवश्य करें। आप पाएँगे कि यह आपके चुस्त दुरुस्त, प्रसन्न और शांत रहने का मंत्र बन गया है; एक मंत्र जिस का प्रभाव दिन भर आप के साथ रहेगा I सूर्य नमस्कार – एक पूर्ण यौगिक व्यायाम|
सूर्य नमस्कार के १२ आसन | 12 Steps of Surya Namaskar in Hindi:
- प्रणाम आसन | Prayer pose
- हस्तउत्तानासन |Raised Arms pose
- हस्तपाद आसन |Hand to Foot pose
- अश्व संचालन आसन | Equestrian pose
- दंडासन |Dandasana (Stick pose)
- अष्टांग नमस्कार | Ashtanga Namaskara (Salute With Eight Parts Or Points)
- भुजंग आसन |Bhujangasana (Cobra pose)
- पर्वत आसन | Parvatasana (Mountain pose)
- अश्वसंचालन आसन | Ashwa Sanchalanasana (Equestrian pose)
- हस्तपाद आसन | Hasta Padasana (Hand to Foot pose)
- हस्तउत्थान आसन | Hastauttanasana (Raised Arms pose)
- ताड़ासन | Tadasana